-सबसे पहले, आपको चयनित फसल के लिए अपने ग्राहक पता करने होंगे। आपके उत्पाद कौन खरीदने वाला है?
-अन्य समान उत्पादों को वो कितने दाम पर खरीदते हैं?
-आपके द्वारा चुनी गयी फसल के लिए आपके क्षेत्र में संभावित खरीदारों की संख्या क्या है?
-वो नकद देते हैं या उत्पाद उधार लेते हैं? वो उत्पाद कब खरीदते हैं?
-क्या आपको संग्रहण सुविधाओं की जरूरत है ताकि आपको बेहतर दाम के लिए मोलभाव करने का ज्यादा समय मिल सके?
-क्या आप अपना उत्पाद निर्यात कर सकते हैं (दूसरे देश के खरीदार खोजें)? आपके द्वारा चुने गए उत्पाद की क्या वास्तव में मांग है?
नए किसान अक्सर यह गलती करते हैं कि वो इनमें से किसी भी चीज पर विचार किये बिना अपनी फसल लगाना शुरू कर देते हैं। अगर आपके उत्पाद की कोई मांग नहीं है तो आप शायद दिवालिया हो जायेंगे, भले ही आपने बहुत अच्छा उत्पाद क्यों न उगाया हो। इसलिए, आप अपनी फसलों की सूची के साथ शुरुआत कर सकते हैं और उनमें से प्रत्येक के लिए संभावित बाज़ारों का निरीक्षण शुरू कर सकते हैं। आपको उन फसलों को बाहर निकालना पड़ सकता है जिनके बारे में आप निश्चित नहीं हैं कि आप उन्हें बेच सकते हैं। कुछ मामलों में, शुरूआती किसान स्थानीय किसानों के किसी समूह (संगठन) में शामिल हो जाते हैं ताकि उन्हें सहयोग मिल सके। कई देशों में, किसान (जो कोई विशेष फसल उगाते हैं) एक संगठन बनाते हैं।
यह संगठन एक विपणन विभाग बनाता है और उत्पादों के लिए बाज़ार ढूंढने के लिए लोगों का एक समूह नियुक्त करता है। इस तरह से, सभी किसान एक शुल्क का भुगतान करते हैं और वास्तव में बिक्री और विपणन गतिविधियां आउटसोर्स कर सकते हैं। इस प्रकार, उनके पास मुख्य गतिविधियों के लिए ज्यादा समय होता है। लेकिन इस मामले में भी, आपके पास उस बाज़ार की सामान्य समझ होनी चाहिए जिसे आपका उत्पाद लक्षित करने वाला है, ताकि आप हमेशा कोई विकल्प खोजने के लिए तैयार रह सकें।
