आर्थिक तंगी के शिकार संगरूर के किसान विंदर सिंह ने मौत को गले लगाने की बजाए सब्जियों की खेती करने का फैसला लिया। एक एकड़ से शुरू की गई सब्जी की खेती आज 15 एकड़ तक फैल चुकी है। ऐसे में विंदर सिंह रिवयाती फसलों के मुकाबले प्रति एकड़ 1 लाख रुपए तक प्रति वर्ष अधिक आमदन ले रहा है। विंदर सिंह की अग्रनीय सोच को देखते हुए पंजाब सरकार ने वर्ष 2017 में उन्हें मुख्यमंत्री अवार्ड से सम्मानित किया। उनकी देखादेखी अब इलाके के दूसरे किसान भी सब्जी की पैदावार के लिए जानकारी जुटाने के लिए विंदर सिंह को अपने खेतों में बुलाने लगे हैं। गांव चट्ठा ननहेड़ा के किसान विंदर के चार भाई हैं। चारों भाईयों के पास सांझी 8 एकड़ जमीन है परंतु रिवायती फसलों से परिवार का गुजारा नहीं हो रहा था। ऐसे में विंदर सिंह ने 1997 में रिवायती फसलों से हटकर कुछ अलग करने का फैसला किया। जिसके चलते एक एकड़ में मिर्च की खेती की गई। इसके लिए पंजाब खेतीबाड़ी यूनीवर्सिटी की फार्म सलाहकार संस्था के अधिकारियों की मदद ली गई। मिर्च की पहली फसल से रिवायती फसल के मुकाबले 40 हजार से अधिक आमदन हुई तो हौसला आैर बुलंद हो गया। सभी भाईयों ने साथ दिया तो सब्जी की खेती को आगे बढ़ाया गया।
