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करौंदा की उन्नत खेती कैसे करें

Posted on December 11, 2020 By User No Comments on करौंदा की उन्नत खेती कैसे करें


किस्में
1.हरे रंग के फलों वाली
2.गुलाबी रंग के फलों वाली
3.सफ़ेद रंग के फलों वाली
4.नरेन्द्रा करोंदा

जलवायु :-
करौंदा एक बहुत सहिष्णु पौधा है | यह उष्ण तथा उपोष्ण जलवायु में उगाया जा सकता है | लेकिन अधिक बरसात और जलमग्न भूमि इसके लिए नुकसानदायक है |

भूमि :-
करौंदा अनेक प्रकार की भूमि में तथा कम उपजाऊ भूमि में भी उगाया जा सकता है लेकिन अच्छी बढवार और उपज (पैदावार) के लिए अच्छी भूमि होना आवश्यक है |

प्रवर्धन :-
करौंदे का प्रवर्धन बीज व वानस्पतिक तरीकों,जैके कटिंग,इनारचिंग तथा लेयरिंग से कर सकते है |

फासला :-
फरवरी-मार्च व सितम्बर-अक्टूबर के महीने में 60 गुना 60 गुना 60 गुना सेटीमीटर के गड्ढे 3 गुना 3 मीटर की दूरी पर तैयार कर पौधे लगाने चाहिए |

काट-छांट :-
पौधा लगते समय इसे किसी बांस का सहारा दें ताकि इसकी बढ़वार सीधी रहे | समय-समय पर अवांछित शाखाओं को निकालते रहें | फलित पौधे को बहुधा कटाई की आवश्यकता नहीं होती फिर भ अच्छे आकर देने के लिए फालतू टहनियों की काट-छांट आवश्यक हो जाती है | रोगग्रस्त शाखाओं को निकाल दें | पुरानी शाखाओं में बदलने के लिए कटाई-छंटाई करते रहे |

बीच की फसल :-
पौधा लगाने के पहले वर्ष खरपतवार काफी समस्या पैदा कर सकते है | जिन्हें निराई-गुड़ाई द्वारा निकालते रहना चाहिए | करौंदे की लगातार फसल में पहले 2 वर्ष तक वर्षा में तक वर्षा में उगाई जाने वाली सब्जियों की काश्त की जा सकती है |

खाद एवं उर्वरक :-
करौंदा के पौधे को 15-20 किलो गोबर की गली-सड़ी खाद प्रति पौधा प्रति वर्ष दें | इसे वर्षा ऋतु के आगमन पर दल दें वर्ना पौधों की बढ़वार कमजोर पड़ जाएगी |

सिंचाई:-
करौंदा प्राय; कम बढ़ने वाला पौधा है | एक बार भूमि में अच्छी तरह लग जाने पर इसे पानी की आवश्यकता नहीं रहती है |

फलन:-
करौंदा में तृतीय वर्ष से फूल व फल आने शुरू हो जाते है तथा फरवरी के महीने में फूल आते है और फल अगस्त के महीने में पककर तैयार हो जाता है | हालांकि कच्चे फल मई मास में ही मिलने शुरू हो जाते है |

फलों की तुड़ाई:-
कच्चे व पके फलों की तुड़ाई की जाती है | एक ही समय पर सभी फल तोडना असम्भव है | इसे दो या तीन बार करते है फलों का रंग बदलना ही फलों की परिपक्वता की निशानी है | सामान्यत: 4-5 किलो फल प्रति पौधा लिए जा सकते है |

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