आर्किड के फूल फूलो के संसार में अपना एक अलग ही वर्चस्व लिये हुए है आर्किड के फूल
दिखने में जितने सुन्दर होते है उतने ही खुशबू और अपनी फ्रेशनेस में भी पूरी दुनिया
अंतर्राष्ट्रीय पुष्प बाजार में एक खास स्थान रखते है। इनकी खेती कर के जहा अच्छा खासी
आमदनी की जा सकती वही हम इसको अपने घरो में भी लगा सकते है तो आइए जाने आर्किड को कैसे लगाये खेत और घर में
orchid ki kheti kaise kare
आर्किड के फूल की जानकारी का इतिहास खंगाला जाए तो इसकी उत्पत्ति भारत के अलावा अमेरिका, आस्ट्रेलिया, मैक्सिको, श्रीलंका, फिलिपींस, को बताया जाता है
और अगर हम आर्किड की प्रजातियो की बात करे तो ये करीब 1300 के आस पास पाई जाती हैं। जिनमे अकेले महाराष्ट्र में ही 1300 जातियाँ और , हिमालय के आस पास 1200,अंडमान निकोबार द्वीप समूह पर 70 जातियाँ पश्चिम में 200 जातियाँ में आर्किड पाया जाता है।
आर्किड को कैसे लगाये खेत और घर में
दुनिया भर के बाजार में भारत के आर्किड के फूलो की बात करे तो ये 8% की भागीदारी रखते है।
आर्किड अंतर्राष्ट्रीय पुष्प बाजार में 10 शीर्षस्थ फूलो में से एक है अमेरिका और जापान जैसे देशो के बाजारों में इसकी कीमत का पता लगाया जाए तो ये करीब 130 से 1500 रूपये तक होता है।
बाजार में आर्किड की बढती हुयी मांग को देखकर अब इसे व्यावसायिक आर्किड फ़ार्म बनाकर के देश में चेन्नई, कोच्ची, बंगलोर, तिरुवनन्तपुरम, मुम्बई, पुणे जैसे कुछ शहरो में अच्छे मुनाफे वाली खेती की तरह किया जा रहा है
ग्रीन नेट हाउस की जरुवत होती है शेड नेट बनाने के लिए 75 फीसदी जाली का इसमें पर्योग होता है बम्बू और G I पाइप को लगा कर इसका स्ट्रक्चर खड़ा किया जाता है
आर्किड का पोधा हवा से अपना भोजन लेता है इसके लिए हमे बेंच बना कर के उसमे पन्नी में इसके पोधे को लगया जाता है ताकि खरपतवार ना लगे
भूमि :-
आर्किड को लगाने के लिए रेतीली दोमट भूमि सर्वोत्तम मानी जाती है क्योकि ये मिटटी जल निकास के लिए सबसे बेहतर होती है
प्रजातियाँ :-
आर्किड की प्रजातियाँ की बात की जाये तो इनमे सिम्बीडियम आर्किड व्यवसायिक किस्म के रूप में एक बेहतरीन प्रजाति है जिसकी की की लगभग १०,००० किस्मे है इसके अलावा बाल्टिक, एप्पल , अल्टिमेटम , आरकेडियन ,सनराइज, किस्मे है जो की जल्दी फुल देने वाली किस्मे में आती है
आर्किड के फूलो की बीज बुवाई / पौध रोपण :-
आर्किड के फूलो की खेती के लिए पाली हावुस बनाकर के उनमे छोटे छोटे पाली बैग बनाकर के फिर हमे उनमे आर्किड के फूलो के छोटे छोटे पौधे बनाकर के रोपना है ये पोधे बहुत ही छोटे होंगे करीब 15 cm लम्बाई के और ये आर्किड के फूल सिन्बीडियम आर्किड के होंगे
आर्किड के पौधों को प्रतिवर्ष बड़े होने पर इन्हें बड़े व्यास वाले पाली बैग में स्थानांतरित कर दिया जाता है
देन्द्रोबियम आर्किड की खेती
भारत में खास तोर पर बात की जाए तो आर्किड की खेती झारखण्ड में राँची के निकट देन्द्रोबियम आर्किड को व्यावसायिक कृषि के रूप में इस्तमाल किया जा रहा है
आर्किड की खेती पौधशाला में शेड नेट तथा शीत रूम का निर्माण करके किया जाता है
इन पौधशाला में
| देश के अलग अलग जगह के साथ विदेशों से भी के आर्किड के पौधे मँगाकर उनका प्रावधान किया जा जाता है
आर्किड की खेती के लिए बड़े बड़े पॉली हाउस बना करके उनमे हरा या काला शेडनेट |
लगाना उपयुक्त माना जाता है आर्किड की खेती की देखभाल में हमे 2 बातो का विशेष ध्यान रखना है
1.पहली बात हमे जल के निकास की सही व्यवस्था
- खरपतवार से आर्किड की संरक्षित करना
आर्किड के फूल वैसे तो अपनी खूबसूरती के लिए दुनिया भर में जाने जाते है पर पर आर्किड में एक और ऐसी बात है जो इसे सबसे अलग बनाती है वो ये आर्किड के फूल की ऐसी कई किस्मे है जिनमे की हमे हुबहू किसी पक्षि, जानवर और कीड़ो कि तरह नजर आते है
इनमे से से कुछ किस्मे ये है
फ्लाइंग डक आर्किड (Flying Duck Orchid) ,
बी आर्किड (Bee Orchid) ,
मंकी फेस आर्किड (Monkey Face Orchid),
मॉथ आर्किड (Moth Orchid),
डोव आर्किड (Dove Orchid or Holy Ghost Orchid),
वाइट इग्रेट आर्किड (White Egret Orchid)
जलवायु :-
भारत में आर्किड के फूलो की खेती के लिये नवम्बर से अप्रैल तक का समय सबसे उत्तम माना जाता है |
आर्किड के फूलो को घर पर लगाये
आर्किड के फूलो को घर पर भी हम लगा कर हम हमारे घरो की भी शोभा बढ़ा सकते है इसके लिए हम हेगिंग बाउल या तो किचन गार्डेन में इसे फलदार पौधों के तना और टहनियां के साथ जोड़ कर भी इसे लगा सकते है
आर्किड की पैकेजिंग :-
आर्किड के फूलो के खिल जाने के बाद काम आता है आर्किड के फूलो को काट करके उन्हें छाटने का काम जिसमे हम ऐसे फूलो को चुन कर के अलग कर देते है जो की विकृत , क्षतिग्रस्त , और बीमार से नजर आ रहे हो
फिर साफ पानी से उन्हें धो करके कणीशों की ग्रेडिंग उनकी लम्बाई एवं उन पर लगे फूलो के आधार पर बाक्सेज में कणिश पैक कर बाजार के लिए तैयार हो जाता है !!
