आज के युग में जैविक खेती करने का बहुत महत्व है क्योंकि-
जैविक खेती करने से प्राकृतिक संसाधनों को बचाया जा सकता है।
जैविक खेती करने से कृषि के उत्पादन में भी टिकाऊ पन बना रहता है।
वातावरण को प्रदूषण मुक्त करने में भी बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान होता है।
जैविक खेती मिट्टी की गुणवत्ता को बनाए रखने में भी सहायता करता है।
जैविक खेती को अपनाने से उत्पादन लागत को भी कम किया जा सकता है।
जैविक खेती करने से मनुष्य के स्वास्थ्य पर भी कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
जैविक खेती करने से क्या-क्या फायदे होते हैं?
इस प्रकार के जैविक खेती करने के मुख्य कारण –
जैविक खेती करने से फसलों के उत्पादन में भी वृद्धि होती है।
जैविक खाद के उपयोग करने से भूमि की गुणवत्ता में भी काफी सुधार रहता है।
रासायनिक खाद को खेतों में उपयोग करने से फसल को उगाने में लागत भी कम आता है।
इसके उपयोग से खेती की सिंचाई अंतराल में भी वृद्धि होती है जैविक खेती करने से भूमि के जलस्तर में वृद्धि होती है।
जैविक खेती में कचरे का उपयोग खाद बनाने में किया जाता है जिससे कचरे से होने वाली बीमारियों में भी कमी आती है।
इसमें मिट्टी, खाद्य पदार्थ और जमीन में पानी के माध्यम से होने वाले प्रदूषण में भी कमी आती है।
जैविक खेती करने से फसल के उत्पादन की लागत में कमी आती है एवं आय में वृद्धि होती है।
जमीन से पानी का वाष्पीकरण भी कम होता है।
जैविक खेती को अपनाने से भूमि की उपजाऊ क्षमता में वृद्धि होती है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में जैविक उत्पादों की मांग सबसे ज्यादा रहती है।
