पिछले कुछ वर्षों में खेती से किसानों का रुझान कम हुआ है, लेकिन ऐसे भी कई किसान हैं जो परंपरागत खेती से हटकर सब्जियों की खेती से अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं।
जिला मुख्यालय से लगभग 52 किलोमीटर पश्चिम में सरेनी ब्लॉक के मुरारमऊ गाँव के किसान देवी प्रसाद (55 वर्ष) पिछले कई वर्षों से खेती कर रहे हैं। खेती के माध्यम से हुए मुनाफे से वो वाहन और कई सारे पशु खरीद चुके हैं और आज अपने क्षेत्र में एक सफल किसान के रूप में जाने जाते हैं।
देवी प्रसाद बताते हैं, “बचपन में ही हमारे सिर से पिता का साया हट गया। गरीबी अधिक थी और थोड़ी सी जमीन थी जो मां के इलाज के लिए हमने अपनी जमीन तीन सौ रुपए में गिरवी रख दी। मेरे पास हुनर के नाम पर सिर्फ खेती ही थी। इसके सिवा मुझे कुछ नहीं आता था। अपनी ही जमीन को बटाई पर लेकर मैंने सब्जियों की खेती शुरू की और अपने सर पर टोकरी रखकर गाँव-गाँव सब्जियां बेचने जाता था। मुझे हर वर्ष अच्छा मुनाफा मिलता गया और मैंने अपनी गिरवी पड़ी जमीन छुड़ाई आज मेरे पास कई बीघे खेत हैं और ढेर सारे पशु।”
