कोरोना काल में राज्य की तरक्की पर किसी तरह की रोक ना लग जाए इसके लिए उत्तराखंड सरकार ने राज्य की स्वारोजगार योजनाओं पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन लेना शुरू कर दिया है। उत्तराखंड के वीर चंद्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना के तहत अब आवेदन लेना शुरू कर दिया है। इस योजना के जरिए राज्य में अधिक मात्रा में रोजगार पैदा हो सके सरकार की यह कोशिश है। Veer Chandra Singh Garhwali Tourism Self-Employment yojana (Vsgscheme) के माध्यम से राज्य के बेरोजगार लोग प्रदेश में इलेक्ट्रिक बस खरीदकर खुद का काम शुरू कर सकते हैं। इसके लिए सरकार उन्हे 15 प्रतिशत तक की सब्सिडी भी देगी। अगर आप भी इस योजना से जुड़ी किसी तरह की जानकारी हासिल करना चाहते हैं या रजिस्ट्रेशन करना चाहते हैं तो हमारे इस लेख पर अंत तक बने रहें।
ज्ञात हो की कोरोना के समय हुए लॉकडाउन के चलते देश के अलग अलग हिस्सों से प्रवासी मजदूर अपने अपने राज्यों में लौटने लगे थे। लॉकडाउन में लाखों लोगो का काम काज पूरी तरह ठप पड़ गया था, जिसके बाद हर सरकार अधिक से अधिक रोजगार पैदा करने की तैयारी में लगी हुई है। सभी सरकारें यही कोशिश कर रही हैं कि वापिस लौटकर आए सभी लोगों को उन्ही के राज्यों में काम दिया जा सके ताकि अब राज्य से पलायन पूरी तरह बंद हो जाए। इसी ओर उत्तराखंड सरकार ने भी कदम उठाया है। Vsgscheme के माध्यम से अधिक से अधिक लोग अपना कारोबार कर सकें और लोगों को काम मिल सके। इसके लिए ही मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजनाओं की दो बड़ी स्कीम्स में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया गया है। आइए जानते हैं वीर चंद्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना के बारे में साथ ही कैसे कर सकते हैं इसके पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन
क्या है वीर चंद्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना
इस योजना के माध्यम से खुद का कारोबार करने का सपने को एक जीत जागता आकार दे पाएंगे। इस योजना के जरिए सरकार इलेक्ट्रिक बस या अन्य वाहनों की खरीद पर सब्सिडी मुहैया कराएगी, जिसका इस्तेमाल राज्य में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बेहतर बनाने में किया जाएगा। इस योजना के लाभार्थियो को इलेक्ट्रिक बस खरीदने के लिए सरकार 50 प्रतिशत या 15 लाख रूपए की सब्सिडी देगी। जबकि अन्य वाहनो पर पूर्व की भातिं 25 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी। जबकि गैर वाहन की सूरत में आवेदको पर्वतीय क्षेत्रों में 33 प्रतिशत या 15 लाख रूपए तक की छूट दी जाएगी और मैदानी क्षेत्रों में 25 प्रतिशत या 10 लाख रूपए तक की सब्सिडी दी जाएगी।
जैसे की हम सभी जानते हैं कि पहाड़ी क्षेत्रों में काम काज के ज्यादा इंतजाम कर पाना थोड़ा मुश्किल है, यंहा पर्यटन एक मात्र ऐसा तरीका है जिसके जरिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोज़गार दिया जा सकता है। इसलिए ही इस योजना को शुरू किया गया है। ताकि पर्यटन की स्थिति को बेहतर किया जा सके और पर्यटकों के जरिए राज्य को अधिक से अधिक आर्थिक लाभ हो। ऐसे में परिवहन सेवा से लेकर अन्य सेवाओं को बढ़ाया जाना ही तरीका है, जिससे राज्य में रोजगार पैदा हो सकेंगे।
वीर चंद्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना के लाभ
योजना के जरिए राज्य में अधिक से अधिक रोजगार पैदा होंगे।
रोजगार यंही मिलने की वजह से पलायन को रोका जा सकेगा।
लोग आसानी से खुद का काम शुरू कर सकेंगे।
पर्यटन सेवा में सुधार होगा, जिससे अधिक मात्रा में पर्यटक राज्य में आना शुरू होंगे।
राज्य की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।
बेरोज़गारी दर में तेजी से कमी आएगी।
आम लोगों की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी।
पात्रता एंव दस्तावेज
- आवेदन करने वाला व्यक्ति मूल रूप से उत्तराखंड का निवासी होना चाहिए
- योजना में आवेदन करने वाला व्यक्ति जिस भी वस्तु से जुड़ा कारोबार करना चाहता है उसे सब्सिडी के अलावा बची हुई रकम खुद जुटानी होगी।
- आवेदक के पास आधार कार्ड होना अनिवार्य है।
- निवासी प्रमाण पत्र
- वोटरआईडी कार्ड
- मोबाइल नंबर
- ईमेल आईडी
