कुछ शब्दों में कहें तो ज्यादातर क्षेत्रों में हम पहले पाले के बाद, मिट्टी के अंदर बीज लगाना शुरू करते हैं और खेत या ग्रीनहाउस में पौधे लगाते हैं। 1 हेक्टेयर की खेती के लिए, हमें 28-31 औंस (800-900 ग्राम) बीज की जरूरत होती है। हम 0,17 इंच (0,4-0,5 सेमी) की गहराई में बीजों को क्यारियों/ गमलों में बोते हैं और उन्हें ऐसी जगह रखते हैं जहाँ अच्छी धूप आती हो। हम मिट्टी को नम रखते हैं। जमीन को नम रखना महत्वपूर्ण है, लेकिन अत्यधिक सिंचाई न करें, क्योंकि इससे बीज सड़ सकते हैं और अंकुरित नहीं होंगे। कुछ उत्पादक खेत में रोपाई करने से पहले छोटे पौधों को सख्त बनाते हैं। हम आखिरी पाले के बाद खेत में सलाद पत्ते की रोपाई करते हैं। हम अच्छी जल निकासी की व्यवस्था वाली मिट्टी चुनते हैं, जो पत्थरों और पुरानी जड़ों से मुक्त हो। कुछ उत्पादक सलाद पत्ते के बीज को सीधे खेत में भी बोते हैं, लेकिन उच्च तापमान वाली मिट्टी के लिए इस विधि का सुझाव नहीं दिया जाता है। सलाद पत्ते के बीज आनुवंशिक रूप से एक निश्चित तापमान के ऊपर निष्क्रिय हो जाते हैं।सलाद पत्ते के पौधे को बहुत सारी धूप पसंद है और ये नाइट्रोजन और सड़ी पत्तियों से भरपूर मिट्टी में बहुत अच्छे से पनपते हैं। ज्यादातर मामलों में, हम पौधों के बीच 8-12 इंच (20-30 सेमी) की दूरी और पंक्तियों के बीच 20-23 इंच (50-60 सेमी) की दूरी रखते हुए पौधे लगाते हैं। 1 हेक्टेयर (10.000 वर्ग मीटर) के खेत में, हम लगभग 50.000 पौधों की रोपाई करते हैं। हम अक्सर सिंचाई करते हैं। रोपाई के तीन हफ्ते बाद, हम कोई खाद डाल सकते हैं जो पौधों के विकास को बढ़ाता है, हालाँकि सलाद पत्ते को ज्यादा खाद की जरूरत नहीं होती (स्थानीय लाइसेंस प्राप्त कृषि विज्ञानी से पूछें)। लेकिन, सलाद पत्ते की फसल के संबंध में किसान को ज्यादा ध्यान और समय देना पड़ता है। कई किसान हर दिन फसल की निगरानी करते हैं, और मिट्टी की नमी, कीटों, बीमारियों और फसल के सामान्य स्वास्थ्य की जांच करते हैं। ज्यादातर मामलों में, हम सलाद पत्ते की किस्म के आधार पर बुवाई के 60-90 दिनों के बाद कटाई करते हैं। सुबह के समय सलाद पत्ता काटना बेहतर होता है। औसत उपज प्रति हेक्टेयर 20-40 टन होती है।
सलाद पत्ते की मिट्टी संबंधी आवश्यकताएं
सलाद पत्ता एक ऐसा पौधा है जो पोषक तत्वों से भरपूर, अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी में पनपता है। बीज बोने से पहले या छोटे पौधों की रोपाई से पहले खेत को अच्छे से तैयार करना आवश्यक है। अनुभवी किसान बताते हैं कि मिट्टी की जुताई करना और पौधों की रोपाई या सीधे बीज बोने से एक हफ्ते पहले कम्पोस्ट या अच्छी तरह से सड़ी हुई खाद डालना मददगार होता है। ज्यादातर मामलों में, सलाद पत्ते को 6 से 6,8 पीएच वाली उपजाऊ मिट्टी पसंद होती है। विकसित पौधे और अच्छी पैदावार पाने के लिए, किसान मिट्टी को लगातार नम रखना पसंद करते हैं। पौधे लगाने से पहले किसानों को मिट्टी का विश्लेषण करना चाहिए। खेत को उचित तरीके से तैयार करने के लिए आपको किसी स्थानीय लाइसेंस प्राप्त कृषि विज्ञानी से परामर्श लेने की सलाद दी जाती है।सलाद पत्ते की पानी संबंधी जरूरतें
सलाद पत्ते के पौधों की जड़ें बहुत ज्यादा नीचे तक नहीं जाती हैं। इसीलिए, इस पौधे को कम मात्रा में ज्यादा बार सिंचाई पसंद होती है। गर्मियों के महीने में, हमें सलाद पत्ते को हर दिन पानी देने की जरूरत पड़ सकती है और हम उनके ऊपर शेड भी लगा सकते हैं। अगर इस मौसम में हम अपने पौधों को नियमित रूप से पानी नहीं देते तो सलाद पत्ते के पौधों को गर्मी से नुकसान पहुंचेगा और उसमें से बीज निकलना शुरू हो जायेंगे। जिसके परिणामस्वरूप, पत्तियां कड़वी हो सकती हैं। आमतौर पर, बीज निकलने की प्रक्रिया को पलटा नहीं जा सकता और इसके बाद वो पौधे बाजार में बेचने के लायक नहीं रहते। ज्यादातर किसान स्प्रिंकलर या ड्रिप सिंचाई प्रणालियों का इस्तेमाल करते हैं। मिट्टी को हमेशा नम रखने के लिए, किसान जमीन पर घास की एक पतली परत बिछा सकते हैं (अपने स्थानीय लाइसेंस प्राप्त कृषि विज्ञानी से पूछें)। मिट्टी की नमी में अचानक होने वाला परिवर्तन पौधे के विकास को खराब कर देगा।
फसलों को सुबह जल्दी या दोपहर में देर से सिंचाई करने का सुझाव दिया जाता है। बहुत ज्यादा पानी देने से बचना जरूरी है क्योंकि इसकी वजह से बीमारियों का प्रकोप फैल सकता है और जड़ सड़ सकती है। स्वस्थ सलाद पत्ते उगाने के लिए मिट्टी को नम रखना जरूरी है।
